पीरियड्स एक ऐसी समस्या है जिससे हर महिला गुजरती है। इस दौरान होने वाले दर्द की वजह से महिला के रोज़मर्रा के काम भी प्रभावित होते है। कुछ महिलाओं में यह दर्द हल्का तो कुछ महिलाओं में तेज होता है। Period Pain Relief Tips in Hindi ब्लॉग के माध्यम से हम आपको पीरियड्स के दौरान हो रहे दर्द से राहत पाने के लिए घरेलू तरीके बताएंगे। जिससे आपको दर्द में राहत मिले और आपके रोज़मर्रा के काम भी बाधित न हो।
Diwya Vatsalya Mamta IVF Centre के Senior IVF Specialist Dr. Rashmi Prasad ने महिलाओं के स्वास्थ्य के क्षेत्र में अहम योगदान दिया है। वे लंबे समय से महिलाओं की समस्याओं को समझने और उनका समाधान खोजने के लिए काम कर रही हैं। हमारा उद्देश्य है, इस Period Pain Relief in Hindi ब्लॉग के मध्यम से कि हर महिला अपने स्वास्थ्य को बेहतर समझे और पीरियड्स के दौरान होने वाली असुविधा से आराम पा सके।
पीरियड्स में दर्द क्यों होता है? (Period Me Dard Kyun Hota Hai)
In this Article
वैसे तो पीरियड्स में दर्द(Period Pain) होना आम बात है लेकिन बहुत तेज दर्द होने पर डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है। पीरियड्स में दर्द होने के लिए निम्नलिखित कारण जिम्मेदार (Causes of Period Pain in Hindi) हो सकते हैं।
- उम्र 20 साल से कम होना
- हार्मोनल असंतुलन (Harmonal Imbalance)
- दर्दनाक पीरियड्स का पारिवारिक इतिहास होना
- अनियमित पीरियड्स या हैवी ब्लीडिंग होना
- अत्यधिक तनाव और जीवनशैली में बदलाव
- पेल्विस इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID)
- एंडोमेट्रियोसिस
- फाइब्रॉयड्स
- सर्वाइकल स्टेनोसिस
पीरियड्स के दर्द के लक्षण (Symptoms of Period Pain)
मासिक धर्म में हल्का दर्द (Menstrual Pain) होना सामान्य है लेकिन गंभीर दर्द होना किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है, इसलिए निम्नलिखित लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
- पीरियड्स का दर्द बहुत ही ज्यादा गंभीर हो
- अत्यधिक ब्लीडिंग हो
- पीरियड्स क्रैंप्स दो दिन से ज्यादा रहते हो तो
- पेनकिलर या ओवर-द-काउंटर दवा से कोई राहत न हो
- पीरियड्स खत्म होने के बाद भी पीरियड्स क्रैंप्स हो रहे हो
- पीरियड्स के दौरान बुखार या चक्कर आना या उल्टी होना
कुछ मामलों में पीरियड्स के दर्द के साथ PCOD जैसी स्थिति भी हो सकती है। PCOD के लक्षण और उपचार के बारे में जानना है तो हमारे ब्लॉग PCOD क्या होता है: कारण और असरदार उपचार को जरूरपढ़ें।
पीरियड दर्द से राहत पाने के घरेलू उपाय (Periods Pain Relief Home Remedies in Hindi)
Period me pet dard ho to kya kare? पीरियड्स के दौरान पेट दर्द होना आम बात है, लेकिन यह दर्द कभी-कभी रोज़मर्रा के कामों को भी मुश्किल बना देता है। ऐसे में कुछ Period Pain Relief Tips in Hindi अपनाकर आप इस दर्द से जल्दी राहत पा सकती हैं। ये घरेलू नुस्खे न सिर्फ दर्द कम करते हैं, बल्कि शरीर को आराम भी देते हैं।
- ओवर–द-काउंटर दवाएं: पीरियड्स के दर्द को कम करने के लिए इबुप्रोफेन, नेप्रोजेन या फिर एस्प्रिन दवाएं ले सकते हैं। ये दवाएं आपके शरीर में प्रोस्टाग्लैंडीन के उत्पादन को कम करने में मदद करती है, जिससे दर्द में राहत मिलती है।
- गर्मी सिकाई करें: पेट और पीठ के निचले हिस्से पर गर्म पानी की बोतल से सिकाई (Hot Water Bottle) करने से दर्द में राहत मिलता है। गर्मी सिकाई से साइट इफेक्ट्स का जोखिम नहीं रहता है।
- मालिश थेरेपी: 20 मिनट की मालिश थेरेपी से दर्द में राहत मिल सकती है। मालिश के दौरान विशिष्ट प्वाइंट को दबाया जाता है।
- सेक्स करें: सेक्स के दौरान गर्भाशय सिकुड़ता है और फिर वापस ठीक हो जाता है। जिससे पीरियड्स क्रैंप्स में राहत मिलती है।
नोट: अगर घरेलू उपायों से भी आराम न मिले या हर महीने दर्द ज्यादा बढ़ता जाए, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। समय पर इलाज लेना आपकी सेहत के लिए बहुत जरूरी है।
पीरियड्स में क्या खाएं और क्या नहीं खाएं (Period Me Kya Khaye Kya Nahi)
How to prevent painful periods? पीरियड्स में सबसे ज्यादा क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए, या फिर क्या परहेज़ करें? यह सवाल सभी को रहता है। तो सबसे पहले बात करते हैं पीरियड्स में क्या खाना (Indian Diet During Periods) चाहिए।
Period me kya khana chahiye
- ओमेगा थ्री फैटी एसिड से भरपूर सैल्मन मछली का सेवन करना चाहिए, जो ब्लोटिंग (Bloating) कम करने में मदद करता है
- आयरन से भरपूर पालक और केल का सेवन करें
- पोटेशियम से भरपूर केले का सेवन करें, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है
- सूजन कम करने के लिए हल्दी, तुलसी, अदरक, मैथी (Turmeric, Ginger, Basi, Fenugreek) का सेवन करें
- मूड स्विंग्स को बेहतर करने के लिए डार्क चॉकलेट का सेवन करें
- पीरियड्स क्रैंप्स में राहत पाने के लिए मैग्नीशियम से भरपूर बादाम, अखरोट और काजू का सेवन करें
- ब्रोकोली, जामुन, दहीं का भी सेवन करें
Period me kya nahi khana chahiye
- चाय, कॉफी जैसे कैफ़ीन से दूर रहें, इससे ऐंठन (Cramps) में वृद्धि हो सकती है
- सोडियम और चीनी की अधिक मात्रा से भरपूर प्रोसेस्ड फूड से परहेज़ करें, प्रोसेस्ड फूड से सूजन और मूड स्विंग्स बढ़ सकते हैं
- तले हुए वसायुक्त भोजन से बचें
- उच्च वसा वाले लाल मांस से बचें
योग और एक्सरसाइज से राहत (Relief through yoga and exercise)
पीरियड क्रैंप्स की स्थिति में कसरत के बारे में सोचना भी मुश्किल है। पीरियड्स के दौरान अधिक दर्द की स्थिति में हैवी कसरत से दूर रहना चाहिए। हालांकि हल्का स्ट्रेचिंग और योग करने से दर्द में आराम मिलता है। योग (Yoga) और कसरत से शरीर में एंडोर्फिन रिलीज होता है जो पेन रिलीफ की तरह काम करता है। इतना ही नहीं मूड स्विंग्स ठीक करने के टहलने जाना मददगार साबित हो सकता है। आइए, देखते हैं कुछ योगासन period pain relief tips जो पीरियड पेन में मददगार हैं
- बालासन (Child’s Pose)
- सेतु बंधासन (Bridge Pose)
- भुजंगासन (Cobra Pose)
- सुप्त बद्ध कोनासन (Reclining Butterfly Pose)
कब डॉक्टर से संपर्क करें? (When to consult a Doctor)
पीरियड्स में दर्द होने पर डॉक्टर से तब संपर्क करें जब लक्षण असमान्य हो। पीरियड्स महिला के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है, इसलिए इसे नजरअंदाज न करें।
- पीरियड्स के दौरान सामान्य से अधिक ब्लीडिंग हो
- पीरियड्स खत्म होने के बाद भी स्पॉटिंग आना
- ब्लीडिंग के साथ हैवी ब्लड क्लॉक का आना
- ब्लीडिंग एक हफ्ते से ज्यादा हो रहा हो
अगर पीरियड्स के दौरान दर्द असहनीय हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। Diwya Vatsalya Mamta IVF, Patna की जानी-मानी स्त्री रोग विशेषज्ञ Dr. Rashmi Prasad से परामर्श करें, जो की Best IVF Specialist Doctor in Patna है। जिनका वर्षों का अनुभव महिलाओं की स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान में बेहद सहायक है।
पीरियड दर्द के लिए दवाइयां (Period Pain Relief Tablet in Hindi)
पीरियड्स में बहुत तेज दर्द होने पर या अगर Period Pain Relief Tips in Hindi से आराम नहीं मिल रहा हो, तो डॉक्टर की सलाह से दवाइयाँ ली जा सकती हैं। निम्नलिखित दवाएं ले सकते हैं।
- पीरियड्स के दौरान क्रैंप्स में राहत पाने के लिए नोन-स्टेरॉइडल एंटी इंफ्लेमेटेरी दवाओं का सेवन मददगार होता है।
- अधिक दर्द की स्थिति में डॉक्टर गर्भनिरोधक गोली के लिए भी कह सकते हैं।
- दर्द निवारक (Pain Relief) जैसे कि इबुप्रोफेन, एसिटामिनोफेन या नेपरोक्सन सोडियम का सेवन भी पीरियड्स क्रैंप्स में आराम देता है।
नोट: बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयों का सेवन न करें, यह आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
तुरंत राहत पाने के आसान उपाय (Quick Period Pain Relief Tips in Hindi )
पीरियड्स के दर्द में तुरंत राहत पाने के लिए निम्नलिखित उपाय मददगार हो सकते हैं:
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, जिससे क्रैंप्स में राहत मिलती है।
- लैवेंडर और पुदीने के मिश्रण वाली हर्बल चाय पिएं
- सभी विटामिन, प्रोटीन से भरपूर आहार लें
- आराम करें
- पीठ के निचले हिस्से में मालिश करे
निष्कर्ष
इस ब्लॉग में हमने Period Pain Relief Tips in Hindi के माध्यम से पीरियड दर्द से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियाँ सरल भाषा में साझा की हैं। पीरियड्स के दर्द से हर महिला गुजरती है। पीरियड्स स्वास्थ्य प्रजनन तंत्र का एक संकेत है। हालाकी पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द की वजह से महिला की रोज़मर्रा की जिंदगी प्रभावित होती है। ऐसे में पीरियड्स के दर्द में आराम के लिए घरेलू उपाय भी मददगार साबित हो सकते हैं।
मारा उद्देश्य है कि आपको पीरियड दर्द से जुड़ी पूरी जानकारी एक ही स्थान पर स्पष्ट और उपयोगी रूप में मिले। अगर आपको पीरियड दर्द से जुड़ी समस्या का आप सही सलाह लेना चाहती हैं, तो Diwya Vatsalya Mamta IVF में Dr. Rashmi Prasad से संपर्क करें, जो कि पटना की जानी-मानी स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। अधिक जानकारी के लिए कॉल करें – 91-8051761659 या मेल करें info@drrashmiprasad.com।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
पीरियड्स के दर्द के कारण क्या हैं?
पीरियड्स में दर्द का कारण प्रोस्टाग्लैंडीन नामक केमिकल है, जो गर्भाशय की परत में बनता है। यह केमिकल गर्भाशय की मांसपेशियों और रक्त वाहिकाओं को सिकोड़ने का कारण बनता है।
पीरियड्स के दर्द में तुरंत कैसे राहत पाएं?
पीरियड्स के दर्द में राहत पाने के लिए दर्द निवारक दवाएं जैसे कि मोनोफेसिक, इबुप्रोफेन का सेवन करें, इसके अलावा गर्म सिकाई से भी तुरंत राहत मिलती है
क्या घरेलू उपाय प्रभावी होते हैं?
जी, हां! घरेलू उपाय पीरियड्स के दर्द में प्रभावी होने के साथ ही इसके साइड इफेक्ट्स भी नहीं होते। पीठ और पेट पर मालिश, स्वस्थ आहार जैसे घरेलू उपाय लाभकारी है।
कब डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए?
अनियमित पीरियड्स, पीरियड्स के दौरान अधिक दर्द होना, अधिक ब्लीडिंग आना, पीरियड्स के खत्म होने के बाद भी क्रैंप्स आना जैसे संकेत दिखने पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
क्या पेन किलर लेना सुरक्षित है?
तेज दर्द होने पर पेन किलर का सेवन किया जा सकता है। हालांकि इसके साइड इफैक्ट्स भी होते हैं, इसलिए डॉक्टर से परामर्श करने के बाद हीं इसका सेवन करें।
कौन से खाद्य पदार्थ पीरियड्स के दर्द को बढ़ाते हैं?
प्रोसेस्ड फूड, लाल मांस, कैफ़ीन युक्त, तली हुई चीजें खाने से पीरियड्स का दर्द बढ़ सकता है।
योग और एक्सरसाइज से कैसे मदद मिलती है?
योग और एक्सरसाइज करने से शरीर में एंडोर्फिन रिलीज होता है जो पेन रिलीफ की तरह काम करता है। इसलिए यह पीरियड्स के दर्द को कम करने में मदद करता है।
5 मिनट में पेट दर्द से छुटकारा कैसे पाएं?
5 मिनट में पेट दर्द से छुटकारा पाने के लिए गर्म पानी की बोतल से सिकाई करें, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, डार्क चॉकलेट खाएं और स्वस्थ आहार का सेवन करें
क्या पीरियड्स में चॉकलेट खाना चाहिए?
चॉकलेट में कैफ़ीन की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे सूजन बढ़ सकती है। हालांकि की ज्यादा क्रेविंग होने पर डार्क चॉकलेट का सेवन करें।